क्या आप जानते हैं कि शेयर मार्केट में पैसे लगाकर लोग अपने भविष्य के लिए बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं? अगर हां, तो आपने “IFCI Share Price Target 2030” के बारे में भी जरूर सुना होगा। आईएफसीआई भारत की एक बड़ी और पुरानी वित्तीय कंपनी है, जो नए प्रोजेक्ट्स और बिज़नेस में पैसा लगाकर उन्हें बढ़ने में मदद करती है।
अब सवाल यह है कि IFCI Share Price Target 2030 तक कितना हो सकता है? क्या यह शेयर आपके पैसे को कई गुना बढ़ा सकता है? इस आर्टिकल में हम आपको आसान भाषा में समझाएंगे कि इस कंपनी का प्रदर्शन कैसा रहा है और भविष्य में इसके शेयर का दाम कहां तक जा सकता है। अगर आप भी अपने पैसे को सही जगह लगाना चाहते हैं, तो यह जानकारी आपके बहुत काम आ सकती है।
आईएफसीआई लिमिटेड कम्पनी के बारे में जानकारी (IFCI Limited Company Details in Hindi)
आईएफसीआई लिमिटेड (Industrial Finance Corporation of India) भारत की सबसे पुरानी वित्तीय संस्थाओं में से एक है, जिसे भारत सरकार द्वारा 1 जुलाई 1948 को स्थापित किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य उद्योगों को मध्यम और दीर्घकालिक वित्तीय सहायता प्रदान करना और देश के आर्थिक विकास में योगदान देना है। 1993 में इसे पुनर्गठित किया गया और इसका नाम “आईएफसीआई लिमिटेड” रखा गया।
यह एक सार्वजनिक क्षेत्र की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) है। आईएफसीआई ने देश के बुनियादी ढांचे और उद्योगों को वित्तीय सहायता देकर विकास को बढ़ावा दिया है। कंपनी प्रोजेक्ट फाइनेंस, कॉर्पोरेट फाइनेंस, ऋण सिंडिकेशन, स्ट्रक्चर्ड फाइनेंस, और एडवाइजरी सेवाएँ प्रदान करती है। यह ऊर्जा, परिवहन, रियल एस्टेट, दूरसंचार, मैन्युफैक्चरिंग, फार्मास्युटिकल्स और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स जैसे कई क्षेत्रों में सक्रिय है।
आईएफसीआई ने कई बड़ी परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की है। इनमें अडानी मुंद्रा पोर्ट्स, जीएमआर गोवा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, सालासर हाईवे, एनआरएसएस ट्रांसमिशन, और रायचूर पावर कॉरपोरेशन जैसी प्रमुख परियोजनाएँ शामिल हैं। कंपनी ने हवाई अड्डों, सड़कों और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश करके बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
आईएफसीआई के शेयर 1995 से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में लिस्टेड हैं। भारत के राष्ट्रपति के पास आईएफसीआई लिमिटेड में 70.32% हिस्सेदारी है, जबकि देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी, एलआईसी (LIC), के पास 1.95% हिस्सेदारी है।
हाल के वर्षों में आईएफसीआई अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत करने और भारत के विकास में योगदान देने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसका उद्देश्य छोटे और मध्यम उद्योगों (SMEs) को अधिक वित्तीय सहायता प्रदान करना और प्रमुख बुनियादी ढांचा और सेवा क्षेत्रों में निवेश करना है। मार्च 2024 तक, इसका लोन पोर्टफोलियो मजबूत बना हुआ है, और यह वित्तीय स्थिरता की दिशा में बढ़ रही है।
आईएफसीआई लिमिटेड भारत के आर्थिक विकास में एक प्रमुख भूमिका निभा रही है। यह उद्योगों को रणनीतिक वित्तीय सेवाएँ प्रदान कर देश के दीर्घकालिक विकास को प्रोत्साहित कर रही है।
कम्पनी का नाम | आईएफसीआई लिमिटेड (IFCI Limited) |
कम्पनी का शेयर कहाँ पर लिस्ट है | NSE & BSE (एनएसई और बीएसई दोनों पर) |
एनएसई कोड (NSE Code) | IFCI |
बीएसई कोड (BSE Code) | 500106 |
ISIN (International Securities Identification Number) | INE039A01010 |
शेयर लिस्ट होने की दिनांक (Share Listing Date) | 26 अप्रैल, 1995 |
सेक्टर का नाम (Sector Name) | एनबीएफसी सेक्टर |
मार्केट कैप (Market Cap) | ₹ 16,230 करोड़ |
फेस वैल्यू (Face Value) | ₹10.0 |
मुख्यालय (Headquarter) | नई दिल्ली, भारत |
CMP | ₹61.80 |
52W High | ₹91.40 |
52W Low | ₹23.60 |
P/E Ratio | 122.42 |
Dividend Yield | 0.00 % |
ROCE | 10.2 % |
ROE | 2.48 % |
IFCI Shareholding Pattern
अगर आप IFCI के शेयर होल्डिंग पैटर्न के बारे में जानना चाहते है तो इसकी जानकारी नीचे दिए गये टेबल से ले सकते है –
Shareholders | Shareholding (in %) |
Promoters | 71.72% |
FII’s | 2.54% |
DII’s | 1.67% |
Public | 21.03% |
Government | 3.04% |
IFCI Share Price Target 2030
IFCI Share Price Target 2030 जानने से पहले हम IFCI Share Price History के बारे में थोड़ी डिटेल्स जानते है| पिछले एक महीने में इस शेयर ने 8.51% का रिटर्न दिया है तो वहीं पिछले 6 महीने में इस शेयर ने 1.44% का रिटर्न दिया है|
अगर हम इस शेयर के पिछले एक साल के रिटर्न को देखें तो पिछले एक साल में इस शेयर ने 149.70% का रिटर्न दिया है| वहीं पिछले 5 साल में इस शेयर ने 737.28% का शानदार रिटर्न दिया है|
आईएफसीआई लिमिटेड (IFCI) भारत सरकार के कई बड़े प्रोजेक्ट्स में शामिल है। सबसे पहले, कंपनी प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम का हिस्सा है, जो भारत में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है। इस योजना से इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल और सोलर इंडस्ट्री को मदद मिल रही है।
इसी तरह, कंपनी फेम इंडिया स्कीम (FAME) में भी शामिल है, जो इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण और उनके इस्तेमाल को बढ़ावा देने का काम करती है। यह योजना भविष्य के वाहनों को पर्यावरण के अनुकूल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इसके अलावा, आईएफसीआई चीनी उद्योग से जुड़े शुगर डेवलपमेंट फंड की निगरानी भी करती है। यह उद्योग को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का काम कर रहा है। कंपनी ने पर्यावरण पर आधारित हरित ऊर्जा और ESG (एनवायरनमेंटल, सोशल, गवर्नेंस) पर भी फोकस किया है।
आईएफसीआई की अंतरराष्ट्रीय योजनाओं में वित्तीय सलाह और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को एशियाई देशों तक ले जाना शामिल है। यह वैश्विक स्तर पर कंपनी को पहचान दिलाने का प्रयास है।
इन सभी परियोजनाओं से कंपनी की आय बढ़ेगी और इसका शेयर मार्केट में प्रदर्शन बेहतर होगा। ये प्रोजेक्ट IFCI को 2030 तक भारत और अन्य देशों में एक मजबूत वित्तीय कंपनी के रूप में स्थापित करने में मदद करेंगे।
इन योजनाओं के पूरा होने से कंपनी का मुनाफा बढ़ने के साथ-साथ इसका शेयर निवेशकों के लिए आकर्षक बन सकता है। ऐसे में अगर हम IFCI Share Price Target 2030 के बारे में बात करें तो 2030 में यह शेयर अच्छा रिटर्न दे सकता है और इसका भाव 124 रूपये से 158 रूपये तक जा सकता है|
IFCI Share Price Target 2030 | ||
Year | Minimum Target | Maximum Target |
2030 | ₹124 | ₹158 |
Future of IFCI Share
अगर कोई निवेशक आज IFCI के शेयर खरीदता है और 2030 तक होल्ड करता है, तो उसे अच्छे रिटर्न मिलने की संभावना है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि 2030 तक इसका शेयर प्राइस ₹124 से ₹158 के बीच जा सकता है।
इसकी सबसे बड़ी वजह कंपनी की सरकार के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में सक्रिय भागीदारी है। इसके अलावा, IFCI छोटे और मध्यम उद्योगों (SMEs) को फाइनेंस कर रही है, जो इसे और मजबूत बना रहा है। डिजिटल तकनीकों को अपनाने और लागत घटाने से भी कंपनी का मुनाफा बढ़ सकता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार और नई योजनाओं से IFCI की स्थिति और बेहतर हो सकती है। इस कारण, यह शेयर लंबी अवधि के निवेश के लिए एक अच्छा विकल्प बन सकता है। निवेश से पहले अपनी रिसर्च करना जरूरी है।
Risk in IFCI Share
IFCI Limited के शेयर में निवेश करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण जोखिमों को समझना जरूरी है। पहला जोखिम कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन से जुड़ा है। IFCI का P/E अनुपात 92.5 और ROE केवल 2.49% है, जो यह संकेत देता है कि कंपनी की लाभदायक क्षमता कम है। यह निवेशकों को अच्छे रिटर्न देने में चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
दूसरा, इंडस्ट्री का जोखिम भी महत्वपूर्ण है। IFCI मुख्य रूप से इंफ्रास्ट्रक्चर और उद्योग क्षेत्र को वित्तीय सहायता प्रदान करता है। अगर इन क्षेत्रों में कोई आर्थिक मंदी आती है, तो इसका सीधा असर कंपनी के व्यवसाय और शेयर की कीमत पर पड़ सकता है।
तीसरा जोखिम अस्थिरता है। IFCI का शेयर पिछले सालों में काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है। इसका 52-सप्ताह का उच्चतम ₹91.40 और न्यूनतम ₹23.60 है, जो इसे जोखिमभरा बनाता है।
इनसे बचने के लिए, कंपनी की वित्तीय रिपोर्ट को समझें, निवेश को लंबे समय के लिए सोचें और पोर्टफोलियो को विविध बनाएं।
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निष्कर्ष
उम्मीद है कि आपको हमारा यह आर्टिकल IFCI Share Price Target 2030 अच्छा लगा होगा और इस से जुड़ी सभी जानकारी आपको समझ आ गयी होगी| अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों और सोशल मीडिया में अवश्य शेयर करें|
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